21. What Is Locking Devices,Types of Locking Devices Engineering Drawing In Hindi

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INTRODUCTION: Machine के parts को जोड़ने के लिए Nut and Bolt का प्रयोग किया जाता है. जब Machine पर Operation करते है तो Machine में Vibration पैदा होती है. इससे Machine के Parts भी साथ -2 हिलते है. क्योकि Machine के Parts में Vibration पैदा होती है. Machine के Parts Nut and Bolt के द्वारा जुड़े होते है. इसलिए इन Parts में Vibration होती है तो उस समय Nut और Bolt खुल जाने का भय रहता है. Vibration के कारण Nut Loose हो जाते है व् Nut का चलती Machine में खुल जाना खतरनाक हो सकता है. Nut को बाहर निकलने से रोकने के लिए Nut को Tight Position में रखने के लिए Machine में कुछ Divice Use करते है इन Device को हम Locking Devices कहते है. Machine के अंदर Locking झटके लगने से खुलने वाले Nut के लिए की जाती है. Locking Devices का Engineering Line में बहुत अधिक महत्व है. क्योकि इसके बिना Machine व् Machine पर work करने वाले को हानि पहुँचने का भय रहता है.

Locking Devices

जब Machine चलती है तो Machine व् Machine के Parts के अंदर Vibration पैदा होती है. जिसके कारण Nut loose हो जाते है. Loose होने से Nut को रोकने के लिए जो Devices use की जाती है उसे Locking Devices कहते है.

Types Of Locking Devices

Engineering Line में बहुत से Locking Devices Use किए जाते है इनमे से निम्नलिखित है.
1.Lock Nut या Chack Nut
2.Pine Nut
3.Split Pin Nut
4.Slotted Nut
5.Castle Nut
6.Sawn Nut या Wiles Nut
7.Ring Collar Nut
8.Simmonds Lock Nut
9.Locking By Lock Plate, Stop Plate
10.Locking By Spring Washer

1. Lock Nut या Chack Nut

Lock nut locking devices की एक coman type है. जो workshop में आमतौर पर use की जाती है. इस विधि में standerd nut को tight करके उसके ऊपर ordinery nut को कसा जाता है. standerd nut की मोटाई ordinery nut के लगभग आधी होती है. प्रयोग होने वाले दोनों nuts की uper व् lower position chamfer की होती है, व् nut की shape hexagonal होती है साधारण nut standred nut को loose नही होने देता है.

2. Pine Nut

इस nut की shape hexagonal होती है इस विधि में nut and bolt में hole किया जाता है. फिर उसमे pin डालकर lock कर दिया जाता है. जिससे machine के चलते समय vibration पैदा होने से nut loose
नही होता है.

3. Split Pin Nut

यह nut भी hexagonal nut की तरह होता है. इस विधि में bolt में hole यानी की सुराख़ किया जाता है फिर उसमे split pin डालकर pin के tail ends को right व् left (दाएं व् बाएं) side में फैलाकर lock किया जाता है. इससे nut खुलने का भय नही रहता है.

4. Slotted Nut

Slotted nut भी hexagonal nut की तरह ही होता है. Nut के ऊपरी भाग में nut की प्रत्येक surface पर slote कटे होते है. इसलिए इसे slotted nut कहते है. Nut को bolt पर Tight करने के बाद nut के slote में split pin डाल दी जाती है और split pin के tail को right व् left side फेला दिया जाता है जिससे nut loose नही होता है. Slotted nut वहा पर use किया जाता है जहा पर अचानक झटके लगते है.

5. Castle Nut

Castle nut भी hexagonal nut की तरह ही होता है. Slotted nut और Castle nut में इतना अंतर है की castle nut के head के ऊपर एक round cap लगी होती है जिसमे slote कटे होते है.जबकि slotted nut में ऊपरी surface पर slote कटे होते है. इस nut के साथ use होने वाले bolt में भी holl किया होता है. Nut को पूरी तरह से tight करने के बाद nut के bolt व् bolt के holl में एक split pin डालकर इसके दोनों ends को दाएं व् बाएं फैला दिए जाते है. जिससे nut loose नही होता है यह nut ज्यादातर Automobile व् Reailway Engine में प्रयोग किया जाता है.

6. Sawn Nut या Wiles Nut

इस nut की shape भी hexagonal nut की तरह ही होती है. इस nut के side में nut के centre तक एक slote कटा होता है nut के ऊपरी भाग में fit किए जाने वाले square से कुछ बड़ा holl होता है. जिसमें screw डाला जाता है व् nut के नीचे वाले भाग में threaded hole किया जाता है. Nut को bolt पर tight करने के पस्चात hole में screw को डालकर tight कर देते है जिससे nut का ऊपरी भाग दब जाता है और नीचे वाला भाग भी दब जाता है. इसका दबाव bolt की thread पर पड़ता है जिससे nut loose नही होता है.

7. Ring Collar Nut

इस nut की shape भी hexagonal nut की तरह ही होती है. तथा नीचे वाला भाग cylindrical होता है cylindrical भाग के बीच में groove कटे होते है. नीचे वाले भाग के अनुसार ही जोड़ने वाले
screw का ends भी groove के diamiter के बराबर होता है. जब screw को threaded hole पर tight करते है तो screw का ends उस groove में सही बैठ जाता है. जिसके कारण nut loose नही होता है.

8. Simmonds Lock Nut

इस nut की shape भी hexagonal nut की तरह ही होती है. इस nut के ऊपर एक collar लगी होती है जो nut के साथ casted होती है. collar में nylon की collar डालते है. जिसका internal diameter, bolt के diamiter से छोटा होता है. जब nut को tight करते है तो bolt का threaded end इस ring में thread को मजबूती से पकड़ लेता है और nut का खुलने का भय नही रहता है.

9. Locking By Lock Plate, Stop Plate

Stop plate में six (छः) slot (खाँचे) कटे होते है.Slots इस हिसाब से बने होते है की nut को tight करते समय सही बैठ जाए. fit plate को screw के द्वारा जोड़ने वाले parts को सही tight कर देते है इससे nut का खुलने का भय नही रहता है.

10. Locking By Spring Washer

इस विधि में nut की surface के बीच washer रखकर nut को tight किया जाता है. Washer parts की surface को खराब होने से बचाती है. जब nut को tight करते है तो washer nut को tight होने के पस्चात खुलने नही देती है.

Pin Locking

इस विधि में nut को tight करते समय उसकी एक face के साथ pin या बिना head वाला square tight कर देते है। जिससे nut के खुलने का भय नही रहता है.

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