Engineering Drawing
9.2 Types of Sectioning in Engineering Drawing
पिछली Post में मैंने आपको बताया Section क्या है ? Sectioning किसे कहते है ? Sectioning क्यों की जाती हैं और इसके क्या क्या फायदे हैं कुछ और भी महत्वपूर्ण जानकारी Share की थी आपसे | इस आर्टिकल में आपको बताऊंगा Type of Section in Engineering Drawing ? Section कितने प्रकार के होते हैं ?
2. What is Half Section.
3. Partial or Broken Out Section
4. Removed Section
5. Revolved Section
6. Phantom Section
7. Thin Section
8. Offset Section
9. Outline Section
10. Auxiliary Section
11. Aligned Section
12. Rib And Web Section
13. Spokes of Wheel in Section
Notes:
किसी ऑब्जेक्ट में जब cutting plane object की दी हुई detail clear नहीं करती है तो उस समय Cutting plane की दिशा Change कर देते है और ऑब्जेक्ट का सेक्शन दो Cutting plane के दवारा किया जाता है और object को काटते समय Cutting plane offset हो जाती है cutting plane line दवारा object को काटने के पश्चात जो सेक्शन प्राप्त होता है और उसे Offset section कहते है |
Types of Section in Engineering Drawing. - इंजीनियरिंग ड्राइंग में सेक्शन के प्रकार
1. What is Full Section.2. What is Half Section.
3. Partial or Broken Out Section
4. Removed Section
5. Revolved Section
6. Phantom Section
7. Thin Section
8. Offset Section
9. Outline Section
10. Auxiliary Section
11. Aligned Section
12. Rib And Web Section
13. Spokes of Wheel in Section
What is Full Section and Half Section in Engineering Drawing.
1. What is Full Section.जब किसी ऑब्जेक्ट में Cutting Plane line ऑब्जेक्ट के center से गुजरती है तो Cutting Plane line उस object को दो भागो में बांट देती हैं ऑब्जेक्ट का one half या 1/2 Portion Front Remove कर देते हैं और Remove करने के बाद जो Remaining Portion बचता हैं उसे Full section कहते हैं और ऑब्जेक्ट में सभी full Section ही होगा |
2. What is Half Section.जब किसी ऑब्जेक्ट को एक चौथाई भाग को Cutting Plane दवारा काल्पनिक रूप ( imaginary cutting plane) से काट दिया जाए और सामने से कटे हुए भाग को अलग कर दिया जाए और शेष कटे हुए भाग के साथ उसका Projection draw किया जाए तो इस प्रकार बनाए गए projection को उस object का half section कहते है | half section का प्रयोग अधिकतर cylindrical object की internal detail को दिखाने के लिए किया जाता है | और इस प्रकार के सेक्शन को ऑब्जेक्ट को right and left side से काटकर left hand और right half section view से प्रदर्शित किया जाता हैं | half section का प्रयोग Assembly Drawing में internal बनावट और Holes की स्थिति को Show करने के लिए किया जाता हैं |
Notes:
(i). Center line in Half Sectional Object View.आमतौर पर Center line का प्रयोग half section के दो pies को अलग-2 करने के लिए किया जाता है | ऐसे Cases में center line को Object line की अपेक्षा ज्यादा महत्व दिया जाता हैं | क्योकि object का Removed (घुमाया हुआ) चौथाई हिस्सा \Center line के बल दवारा हटाया गया हो की कल्पना करता है | और यही मानने में object कटा हुआ नही होता हैं | ऑब्जेक्ट को काटने के पश्चात Object line ही object को दर्शाता हैं इसलिए half Sectional view से object line की जगह Center line को दिखाया जाता हैं |
(ii). Hidden Line in Sectional Object.किसी भी ऑब्जेक्ट का सेक्शन करते समय parts में जितनी भी Dotted line होती हैं वह मिट जाती हैं | लेकिन ऑब्जेक्ट के Shape को Clear करने के लिए दिखाई जाती हैं object का Section Parts Eternal Show करता है | जबकि an section side की Object Outer Shape बिना सेक्शन के show करती हैं | इसलिए an section side में ऑब्जेक्ट की shape को clear करने के लिए dotted line को draw किया जाता हैं |
(iii). Some Cylindrical Parts in Section.ऑब्जेक्ट की Sectioning का मुख्य उदेश्य object की Internal detail को show करना हैं | कुछ parts जैसे Nut, Bolt, Keys, Cotter, Shaft, Pin, Gear आदि की internal detail नहीं होती और यह parts अपने बाहरी view से ही पहचाने जाते हैं | Engineering Drawing में हम इन का सेक्शन नहीं कर सकते क्योकि इन parts की internal बनावट में कुछ नहीं होता | अगर हम इन parts का Longitudinal Section करते है तो यह parts अपनी पहचान खो देते हैं | इसलिए इन parts का longitudinal section कभी नहीं कर करते जिससे इनकी पहचान जैसे की वैसे ही रह जाती हैं यदि parts का longitudinal section करते हैं तो drawing के अंदर हमे इन parts की dimension को दिखाने के लिए कुछ नहीं होता और parts को समझने में भी समय लगेगा और drawing study करने में भी मुस्किल होगी |
3. Partial or Broken Out Sectionकुछ ऑब्जेक्ट में जब हमे जरूरी विवरण (notes) दिखाना होता है लेकिन out side view के कारण हम object का full और Half section नहीं कर पाते वहा पर Broken section का प्रयोग किया जाता है | जब हमें किसी ऑब्जेक्ट का थोडा सा भाग थोड़ी देर के लिए दिखाना हो तो उस sectional को हम partial,broken या loken section कहते है | section view की boundary line; short break line या irregular line के दवारा show की जाती है |
4. Removed Sectionजब किसी ऑब्जेक्ट में Cutting Plane Line ऑब्जेक्ट की axis के Perpendicular काटती है तो वास्तव में वह Cross section तो होगा और उसी cross section को हटाकर ऑब्जेक्ट की Axis पर उसी center line पर Object के बाहर दिखाने को Removed section कहते हैं | यह सेक्शन Dimensioning उदेश्य के लिए प्रयोग किया जाता हैं |
5. Revolved Sectionजब किसी object में Cutting Plane Line Object की axis के perpendicular कटती हैं तो वास्तव में वह cross section तो होगा | उसी cross section को घुमाकर object के axis पर उसी center line पर ऑब्जेक्ट के अन्दर दिखने को Revolved section कहते हैं |
6. Phantom Sectionजब किसी ऑब्जेक्ट को full या half section में दिखाना हो और ऑब्जेक्ट में बहुत सी Dotted line हो तो object में Phantom section का use किया जाता हैं | Phantom section full या half दोनों draw कर सकते हैं | Phantom section में internal detail सेक्शन करने के बाद Dotted ही दिखाई देती है और सेक्शन line भी 45 डिग्री के angle पर dotted line की तरह ही दिखाई जाती हैं |
7. Thin SectionThin parts जैसे sheet metal, plate आदि object में section block show किया जाता है | क्योकि object में दिखाने के लिए कुछ नहीं होता उसे Thin section कहते है |
8. Offset SectionFull section में cutting plane streat और object के center से गुजरती है | परन्तु
किसी ऑब्जेक्ट में जब cutting plane object की दी हुई detail clear नहीं करती है तो उस समय Cutting plane की दिशा Change कर देते है और ऑब्जेक्ट का सेक्शन दो Cutting plane के दवारा किया जाता है और object को काटते समय Cutting plane offset हो जाती है cutting plane line दवारा object को काटने के पश्चात जो सेक्शन प्राप्त होता है और उसे Offset section कहते है |
9. Outline Sectionयह सेक्शन उस ऑब्जेक्ट के लिए प्रयोग किया जाता है जो बहुत बड़े हो ऐसे Object में यदि हम सेक्शन भरेगे तो बहुत ज्यादा समय लगता है | Out line object की Boundary line के साथ सेक्शन में draw करते है और object की बीच की surface में सेक्शन नहीं भरते है |
10. Auxiliary Sectionकिसी ऑब्जेक्ट में जब Cutting plane line किसी भी co-ordinate के parallel ना हो इस प्रकार के object में सेक्शन करने को Auxiliary section कहते है | और ऑब्जेक्ट को inclined काटते है यह सेक्शन object के inclined भाग की internal detail को show करने के लिए प्रयोग किया जाता है |
11. Aligned Sectionकुछ Object unsymmetrical होते है और मुस्किल सेक्शन देते है ऐसे cases में object के actual projection लेते है तो हमे मुस्किल होती है | Sectioning में ऑब्जेक्ट की ज्यादा Detail दिखानी हो तो cutting plane object में छुप जाती है | aligned section तीन plane में Sectioning करने के लिए प्रयोग की जाती है |
12. Rib And Web Sectionजब Cutting Plane Rib and web की large dimension के समान्तर गुजरती है तो Practices में Object की body के साथ rib and web में सेक्शन line को मिटा दिया जाता है या practices में rib and web को dotted line में show करके इसके section line ज्यादा space छोड़कर draw की जाती है | जब sectional plane rib and web के large के Perpendicular काटता है तो Rib and web में Section Show या दिखाया जाता है |
13. Spokes of Wheel in SectionPulley की भुजाए सेक्शन में नहीं दिखाई जाती जबकि cutting plane line उसकी center से गुजरती है यह method wheel और भुजाओ के बीच की पहचान को clear करती है अगर हम wheel की भुजाओ का actual projection लेते हैं तो वे छोटे दिखाई देते है | इसलिए Engineering practices में भुजा की सही length दिखाई देती हैं क्योकि जब Pulley घुमती हैं तो Spokes and Arms में longitudinal section कभी नही दिखाया जाता है क्योकि longitudinal Section में इसकी shape समझने में दिक्त आती हैं इसलिए Spokes and wheel in Section में Cross का प्रयोग किया जाता हैं |
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